Delhi-NCR Earthquake 6.2 Magnitude: दिल्ली एनसीआर में भूकंप के तेज झटके, साथ में अफगानिस्तान और पाकिस्तान को भी हिला के रख दिया
Delhi NCR Earthquake 6.2 Magnitude: दिल्ली एनसीआर एक बार फिर भूकंप के झटकों से दहल उठा भूकंप के यह झटके काफी देर तक महसूस किए गए भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान के फैजाबाद में था और हिंदुकुश क्षेत्र में रिएक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.2 रही भूकंप का केंद्र पाकिस्तान अफगानिस्तान की सीमा पर था जिसके कारण पाकिस्तान के भी कई इलाकों में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए पाकिस्तान के अलावा जम्मूकश्मीर के पुंछ जिले में पीर पंचाल क्षेत्र के दक्षिण में भी भी भूकंप के यह झटके महसूस किए गए
यह ऐसा पहला मौका नहीं है जब दिल्ली एनसीआर में भूकंप के झटके महसूस किए गए हो इससे पहले भी कई बार भूकंप के झटकों से दिल्ली एनसीआर कांपा है पिछले साल नवंबर महीने में ही दिल्ली एनसीआर में भूकंप के कई झटके महसूस किए गए थे ऐसे में सवाल यह उठता है कि दिल्ली एनसीआर में बार-बार भूकंप के य झटके किसी खतरे का अंदेशा तो नहीं है दरअसल भूकंप के लिहाज से देश को चार जोन में अलग-अलग बांटा गया है
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वहीं दिल्ली को भूकंपीय क्षेत्र जोन चार में जगह द दी गई है इसमें होने की वजह से राजधानी भूकंप का तेज झटका बर्दाश्त करने की स्थिति में नहीं है वैज्ञानिकों के मुताबिक धरती के भीतर हलचल बढ़ रही है और यही वजह है कि दिल्ली के साथ-साथ उत्तर प्रदेश और कानपुर और लखनऊ जैसे शहरों में भी भूकंप का खतरा मंडरा रहा है बता दें कि भारत में दिल्ली को हाई रिस्क सीस्मिक जोन में रखा गया है आइए आपको बताते हैं कि क्या होता है सीस्मिक जोन भारत में कुल कितने सीस्मिक जोन हैं
Delhi NCR Earthquake 6.2 Magnitude
और राजधानी दिल्ली किस जोन का हिस्सा है सीस्मिक जोन का मतलब है उच्च जोखिम वाले भूकंपीय क्षेत्र यानी वह जगह जहां भूकंप आने की संभावना बहुत ज्यादा होती है भारत में भूकंप की संवेदनशीलता को देखते हुए इसे दो से लेकर पांच तक के जोन में बांटा गया है इसमें सबसे ज्यादा खतरनाक सीस्मिक जोन पांच है जहां आठ से नौ तीव्रता वाले भूकंप आने की आशंका रहती है एरिया के स्ट्रक्चर के आधार पर इलाके को भूकंप की दृष्टि से खतरनाक और कम खतरनाक जोन में विभाजित किया जाता है
बढ़ती आबादी और तेजी से बनती ऊंची इमारतों के कारण दिल्ली एनसीआर भूकंप की दृष्टि से और भी खतरे में है जेएनयू के एक प्रोफेसर के मुताबिक दिल्ली एनसीआर में कभी भी बड़ा भूकंप आ सकता है कब आएगा और कितना ताकतवर होगा इसके बारे में नहीं कहा जा सकता विशेषज्ञों की माने तो बार-बार छोटे भूकंप के आने के कारण धरती के अंदर की गर्मी बाहर निकल जाती है इस कारण बड़े पैमाने पर यहां नुकसान की कोई आशंका तो नहीं होती है लेकिन बार-बार आते यह भूकंप भविष्य के लिए
Delhi NCR Earthquake 6.2 Magnitude Strikes Faizabad, Afghanistan
आज दोपहर आतंक के झटके ने दिल्ली और उसके पड़ोसियों को हिलाकर रख दिया, नोइरा गाजाबाद, फ़रीदाबाद और गुरा सहित राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की इमारतें कम तीव्रता वाले भूकंप के कारण हिल गईं, लेकिन सीमा पार इसके आधिकारिक वर्गीकरण के आधार पर आरओआर पर 6.2 तीव्रता के भूकंप के ईओएस ने हिलाकर रख दिया।
इस्लामाबाद दहशत में कार्यालय कर्मियों को भाग रहा है, भूकंप के झटके पाकिस्तान, अफगानिस्तान और ताजिकिस्तान के कुछ हिस्सों तक भी फैलेंगे, समाचार आउटलेट्स ने भूकंपीय दृष्टि से भूकंप का केंद्र फैजाबाद अफगानिस्तान में बताया है।
सक्रिय क्षेत्र हिंदूकुश पर्वतों में स्थित है, युद्ध की भौगोलिक तूफ़ान से भेद्यता उत्पन्न होती है, भारतीय प्लेट यूरोपीय प्लेट के विरुद्ध उत्तर की ओर धकेलती है, जबकि ईरानी ब्लॉक इन दोनों के विरुद्ध पीसती है, इस निरंतर नृत्य से भारी दबाव उत्पन्न होता है, जो लगातार मरोड़ और कभी-कभी भूकंप के रूप में उभरता है, जैसे कि आज का पर्वतीय टेरान बढ़ जाता है।
ये झटके मध्यम स्तर के संभावित विनाशकारी घटनाओं में बदल रहे हैं, शुक्र है कि प्रारंभिक रिपोर्टों से वर्तमान में संकेत मिलता है कि कोई हताहत या बड़ी क्षति नहीं हुई है, हालांकि पूरी तस्वीर अभी भी उभर रही है और अधिकारी सावधानी बरतने की सलाह देते हैं क्योंकि बाद के झटकों की संभावना बनी हुई है, भेजा गया भूकंप लगातार खतरे पर प्रकाश डालता है। यह क्षेत्र प्रकृति की शक्ति और तैयारियों के महत्व की स्पष्ट याद दिलाता है, सतर्क रहें क्योंकि बहुत जल्द और झटके आ सकते हैं
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